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शुक्रवार, 11 दिसंबर 2020

स्व. राम चन्द्र सिंह देव के नाम पर होगा कृषि महाविघालय का नामकरण, विधायको मांग पर पर उद्धानिकी महाविघालय और काॅलेज की घोषणा

 


तहकीकात न्यूज  @  वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर


कार्यक्रम के दौरान अम्बिका सिंह ने सभी अतिथियों का आभार जताया । इसके उपरांत चरणदास महंत ने सबसे पहले माइक थामा और उन्होंने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे और रविंद्र चैबे को आधे घंटे के अंदर यहां से निकलना है इसलिए मैं आप सभी से इसके लिए क्षमा चाहूंगा । उन्होंने कहा कि स्वर्गीय रामचंद्र सिंह देव के सपनों को पूरा करने के लिए उनके चार बेटे मंच पर बैठे और जब तक मुख्यमंत्री जी हैं समस्याओं का समाधान होता रहेगा । इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने धान खरीदी कर दिखाया और नरवा घुरवा गरवा का सपना पूरा कर दिया । इसके बाद कोरिया समय सरगुजा संभाग के सभी कांग्रेसी मुख्यमंत्री के साथ है इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ देने की बात से यह बात तो स्पष्ट हो गई कि चरणदास महंत का आशय किस ओर था दूसरी ओर रविंद्र चैबे ने मंच को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि बैकुंठपुर के कृषि महाविद्यालय का नाम स्वर्गीय रामचंद्र सिंह देव के नाम पर किया जाए।  जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान कृषि महाविद्यालय का नाम प्रदेश के प्रथम वित्त मंत्री स्वर्गीय रामचंद्र सिंह देव के नाम कृषि महाविद्यालय का नामकरण करने की घोषणा कर दी । इस दौरान उन्होंने विधायक गुलाब कमरों एवं मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल की मांग पर नागपुर में कॉलेज एवं चिरमिरी में उद्यानिकी महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी कर दिया। जिसके बाद गुलाब कमरों एवं विनय जायसवाल ने मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते हुए उन्हें क्षेत्र की जनता की ओर से आभार व्यक्त किया।




इससे पूर्व सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज जो विलंब हुआ है उसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं, आज कई सरकारी भवनों का लोकार्पण किया गया है। विकास दो तरीके से एक विकास है जिसमे सड़क पुल पुलिया, दूसरा विकास है 2 करोड़ जनता निवास करती है उनका विकास करते हुए हमने सभी का ध्यान रखा है, कैसे इनके आय में वृद्धि हो ये चुनौती थी, जब हम सरकार में आये तो करोड़ो का कर्जा, कुपोषण सहित कई परेशानियां छोड़ के गए है जब रामचंद्र सिंहदेव वित्त मंत्री थे 400 करोड़ का बजट था जबकि रमन सिंह ने 4000 करोड़ का कर्जा छोड़ कर गए, आज हमारे राज्य में मंदी का कोई असर नही है। सभी की बिक्री हो रही है, सभी खुशहाल है। हमारे पुरखो ने सपना देखा था समृद्ध छत्तीसगढ़ की वो हमने किया। 



ाहंत ने दिया भूपेष को आर्शीवाद 


विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरनदास महंत ने कोरिया कुमार को याद करते हुए कहा यदि रामचंद्र सिंहदेव होते तो कितने गदगद होते उनके सपनों को हम सब पूरा करने में लगे है। पहले गोद लेने वाले मुख्यमंत्री आते थे,  पर ये मुख्यमंत्री आपके है यहां रहेंगे भी और आपके साथ खाएंगे, क्योंकि उन्होंने कसम खाई है कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बचाने के लिए निकल चुके है। नरवा, गुरुआ, घुरवा और बॉडी का काम की छत कहीं तारीफ हो रही है। मेरा उनका पूरा आशीर्वाद है और हम सब उनके साथ है।




मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आज जो विलंब हुआ है उसके लिए मैं आपसे माफी मांगता हूं, आज कई सरकारी भवनों का लोकार्पण किया गया है। विकास दो तरीके से एक विकास है जिसमे सड़क पुल पुलिया, दूसरा विकास है 2 करोड़ जनता निवास करती है उनका विकास करते हुए हमने सभी का ध्यान रखा है, कैसे इनके आय में वृद्धि हो ये चुनौती थी, जब हम सरकार में आये तो करोड़ो का कर्जा, कुपोषण सहित कई परेशानियां छोड़ के गए है जब रामचंद्र सिंहदेव वित्त मंत्री थे 400 करोड़ का बजट था जबकि रमन सिंह ने 4000 करोड़ का कर्जा छोड़ कर गए, आज हमारे राज्य में मंदी का कोई असर नही है। सभी की बिक्री हो रही है, सभी खुशहाल है। हमारे पुरखो ने सपना देखा था समृद्ध छत्तीसगढ़ की वो हमने किया। 

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