षासन के निर्देष के बाद जिले में चलेगी महिने भर तक बचपन बचाओ मुहिम - The Tahkikat News

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बुधवार, 9 दिसंबर 2020

षासन के निर्देष के बाद जिले में चलेगी महिने भर तक बचपन बचाओ मुहिम

 


तहकीकात न्यूज  @  वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर


प्रदेष सरकार के निर्देष के बाद कोरिया जिलें में बालश्रमिको, अपषिष्ट संग्रहण करने के साथ साथ भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों के सर्वेक्षण एवं रेस्क्यू हेतू अभियान 15 दिसम्बर से 15 जनवरी 2021 तक संचालित किया जायेगा। गौरतलब हो कि  बाल श्रमिक/अपषिष्ट संग्रहक/भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चो की दुर्दषा पर सरकार द्धारा गंभीर चितंा व्यक्त करते हुए ऐसे बच्चे अपनी उत्तरजीविका, भोजन, पानी, वस्त्र , आश्रय एवं संरक्षण हेतु प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के संघर्षो एवं चुनौतियो का समाना करते है इन बच्चो के आर्थिक, लैगिक एवं अन्य प्रकार के शोषण के षिकार होने का गंभीर खतरे से बचाने के लिए जिले के कार्यक्रम अधिकारी मनोज खलखो ने कहा कि इस प्रकार के बच्चे की पहचान कर उन्हे संरक्षण प्रदान करने षिक्षा एवं अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने साथ ही उनके परिवार को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने प्रषिक्षण एवं रोजगार की व्यवस्था सर्व संबधित विभाग के समन्वय से किये जाने हेतु सर्वे कार्य किया जाना है। यह अभियान श्रम विभाग, पुलिस विभाग, षिक्षा विभाग, पंचायत विभाग, नगरीय निकाय, पंचायत स्तर, ग्राम पंचायत, महिला बाल विकास विभाग, संमाज कल्याण विभाग, स्वास्थ विभाग, चाइल्ड लाईन 1098 जिला बाल संरक्षण इकाई के समन्वय से यह अभियान चलाया जाना है। 



होटलों में बच्चे कर रहे काम, जिम्मेदारो ने आंखो पर पटटी


कोरिया जिले के जिलस मुख्यालय बैकुन्ठपुर के अधिकांष होटलों, रेस्टोरेंट और ठेले-खोम्चों पर नाबालिग खुलेआम ढंके की चोट पर बालश्रम कराये जाते है। सबंधित विभाग के अधिकारियो को सब जानते हुए भी इन बालश्रमिकों को मुक्त कराने और नाबालिगों से काम कराने वाले लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करते है। बल्कि इंतजार उस समय किया जाता है जब ष्तक कि षासन अभियान चलाने के निर्देष न दे दे। एक बार फिर से जिम्मेदार निकल जायेंगे प्रदेष सरकार के कागजी कालमो की खानापूर्ति के लिए। विगत डेढ वर्षो से अधिकारी के बदलते ही पहले की जाने वाली कार्यवाई बंद होने के कारण एैसे बाल श्रमिको को बढावा मिलता रहा है।


इन इलाको में दिखेगें बालश्रमिक


बैकुन्ठपुर के छिदडाढ के होटलो ढाबो सहित कई दुकानो पर  जोकि जिला कलेक्टरेट के ठिक सामने है  फिर भी यहा पर बाल श्रम होना चैकाने वाली घटना है। बैकुन्ठपुर के हद्धय स्थल घडी चैक, सहित नये पुराने बस स्टैंड सहित कई क्षेत्रो में खुले आम ठेले पर नाबालिग लोगों को खाना परोसने का लिया जाता है। बडी बात यह भी है कि कोतवाली पुलिस के लोगबो को भी कई बार इन होटलो पर बाल श्रमिको से परोसे जाने के बाद भी उन्हें इस बालश्रमिक से कोई सरोकार नहीं था।

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