तहकीकात
न्यूज @ वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर
जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर के नगर पालिका क्षेत्र में विगत 6-7 माह से सफाई व्यवस्था चरमरा सी गई है। जगह-जगह कचरे के ढेर और बजबजाती नालियाँ नागरिकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। नगर पालिका क्षेत्र से बडे़-बड़े गांव सागरपुर, ओड़गी, तलवापारा, केनापारा, जूनापारा, जामपारा आदि अलग हो गये हैं। इसके बावजूद सफाई व्यवस्था और ज्यादा मजबूत होने के बजाये और ज्यादा लचर हो गई है। इस मामले में जनप्रतिनिधियांे का भी रवैया उदासीन रहा है। स्थानीय पार्षद या एल्डरमैन भी अपनी जिम्मेदारी का वहन नहीं कर रहे हैं।
छः माह बाद उठा कचरा - बैकुण्ठपुर के प्रमुख साप्ताहिक स्थल बाजारपारा मंे हालत और ज्यादा दयनीय है। एल्डरमैन के घर के समक्ष विद्युत पोल के इर्द-गिर्द विगत 6-7 माह से कचरे का ढेर लगा हुआ था जो आसपास के लोगों के लिए बदबू आदि के कारण परेशानी पैदा कर रहा था। लम्बे इंतजार के बाद 19 सितम्बर को सफाई कर्मचारी तेजबली द्वारा टेªक्टर लगवाकर उक्त स्थल से लगभग 1 ट्रेक्टर कचड़ा और मलवा उठवाकर फेंकवाया गया। जिसके बाद आसपास के लोगांे ने राहत की सांस ली है।
नाली की भी हुई आदि अधूरी सफाई
तम्बाकू गली और बाजारपारा के बीच नगर पालिका द्वारा लगभग 30-35 वर्ष पूर्व जो नाली का निर्माण कराया गया था। वह आसपास के नागरिकों और राहगीरों के लिये काफी दिक्कते पैदा कर रहा है। नाली में नियमित सफाई न होने के कारण मलवा भरा रहता है और सड़कर बदबू पैदा करता है। इस नाली की साफ-सफाई की ओर भी सफाई विभाग का ध्यान कम ही रहता है। दबंग पार्षद सफाई कर्मचारियों को अपने मोहल्ले में ही व्यस्त रखते है। नगर पालिका द्वारा नाली सफाई का कोई रूटीन चार्ट नहीं बना है, जिसके कारण भी ज्यादातर नालियों में मलवा भरा रहता है।
नहीं हट रहा नालियों पर से कब्जा
इस मोहल्ले में कुछ दुकानदार नाली के उपर ही अपनी दुकान लगाये रहते हैं और सफाई कर्मचारियों को नाली साफ करने नहीं देते हैं। सफाई कर्मचारी तेजबली ने बताया कि, व्यापारी नन्दू गुप्ता द्वारा घर के सामने लगभग 4 मीटर नाली के ऊपर स्लेब ढाल दिया गया है। जिससे नीचे की नाली की सफाई नहीं हो पाती है। इसी मोहल्ले के एक व्यापारी ओम प्रकाश गुप्ता नाली के ऊपर महुआ, चावल व अन्य वस्तुओं के बोरो की छल्ली लगाकर रखते हैं और सफाई कर्मचारियों को नाली की सफाई नहीं करने देते हैं।
अधिकारी नहीं ले रहे एक्शन
कुछ मोहल्लेवासियांे और सफाई विभाग के कर्मचारी व प्रभारी ने नगर पालिका के शीर्ष अधिकारी व पदाधिकारियों से व्यापारियों की हठधर्मिता की जानकारी भी दी है लेकिन संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही न किये जाने से उक्त व्यापारियों के हौसले बुलंद हैं।
गुमास्ता एक्ट का पालन नहीं
जिला मुख्यालय बैकुण्ठपुर मंे घड़ी चैक व बाजारपारा के आसपास एक दर्जन से ज्यादा दुकाने साप्ताहिक बंदी के बावजूद शनिवार को खुली रहती हैं। जिसके कारण कई व्यापारियों को परेशानी भी होती है। नियमानुसार साप्ताहिक बंदी का जो शनिवार दिन तय किया गया है। उक्त दिवस सभी दुकानें बंद रहनी चाहिये लेकिन अधिकारियों द्वारा इस दिशा में भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है जबकि समीप के पटना जैसे छोटे से नगर में साप्ताहिक बंदी शनिवार के दिन कड़ाई से लागू की जाती है। पिछले सप्ताह कुछ व्यापारियों के खिलाफ पटना तहसीलदार के द्वारा कड़ी कार्यवाही भी की गई थी।


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