राष्ट्रीय कृमि मुक्ति पर डोर टू डोर खिलाई जा रही अल्बेंडाजोल की गोली........ - The Tahkikat News

Latest

खबर हर कीमत पर

बुधवार, 23 सितंबर 2020

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति पर डोर टू डोर खिलाई जा रही अल्बेंडाजोल की गोली........




तहकीकात न्यूज  @  वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर

कोरोना वायरस के मानकों का पालन करते हुए आज से कृमिनाशक दवा अल्बेंडआजोल बच्चों, किशोरों और वयस्कों को घर घर जा कर खिलाई जा रही है|   जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का आयोजन 30 सितंबर  तक किया जायेगा।

पोषण माह के दौरान कलेक्टर  सत्यनारायण राठौर ने स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग को कोविड-19 के सभी मानकों के पालन करते हुए कृमिनाशक का कार्य प्रभावी रूप से करने के निर्देश दिए हैं जिसके परिपालन में मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा 1 से 19 वर्षीय बच्चों एवं किशोर किशोरियों को कृमिनाशक दवा अल्बेंडाजॉल  गृह भेंट कर खिलाया गया । 

प्रदेश में 2015 से कृमिनाशक  कार्यक्रम चलाया जा रहा है| उस समय प्रेवालेंस रेट 73 प्रतिशत था जो अब घटकर 13 प्रतिशत हो गया है| इस रेट को और भी कम करने का प्रयास निरंतर जारी है।

सीएमएचओ डॉ. रामेश्वर शर्मा़ ने बताया , कृमि मुक्ति कार्यक्रम का उद्धेश्य कृमि को पेट से निकालने के लिए सभी बच्चों को हर छः माह में एक बार एल्बेण्डाजोल की गोली के द्वारा स्वस्थ में  सुधार करना है। कृमिमुक्ति कार्यक्रम की जागरूकता के लिये स्वास्थ्य विभाग के द्वारा दीवारों पर स्लोगन भी लिखे गए है । इस वर्ष कोरोना संकट की वजह से शिक्षण संस्थानों में कृमि की दवा नहीं दी जाएगी। स्कूल व अन्य शिक्षण संस्थान बंद होने की वजह समुदाय स्तर पर डोर-टू-डोर सोशल डिस्टेंडिंग का पालन करते हुए यह कार्यक्रम मनाया जा रहा है। बच्चों को दवाई मितानिन एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गृह भेट कर दी जा रही है।



महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनोज खलखो ने बताया,” जिले के 1792 आंगनवाडी केन्द्रो की आंगनबाड़ी कार्यकताओ द्वारा 01 से 19 वर्षीय बच्चों एवं किशोर-किशोरियों को निःशुल्क एलबेंडाजोल गोली खिलाकर कृमि संक्रमण से मुक्ति कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया । इस अभियान में  सोशल डिस्टेंशिग का पालन करते हुए डोर टूडोर दवा पिलाया जायेगा। जिले के 3.06 लाख से अधिक बच्चों, किशोर व व्यस्क को अल्बेंडाजॉल की दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।‘’ 

कृमि संक्रमण के लक्षण-

कृमि संक्रमण पनपने से बच्चे के शरीर में खून की कमी हो जाती है। वह हमेशा थकान महसूस करते हैं उनका शारीरिक एवं मानसिक विकास भी बाधित होता है। एवं बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है।

कृमि संक्रमण से बचाव के उपाय-

नाखून साफ और छोटे रखें, हमेशा साफ और स्वच्छ पानी ही पीऐं, खाने को ढक कर रखें,  साफ पानी में अच्छे से फल व सब्जियां धोएं, घरों के आसपास साफ. सफाई रखें, खुले में शौच न करें हमेशा शौचालय का प्रयोग करें,अपने हाथ साबुन से धोए विशेषकर खाने से पहले और शौच जाने के बाद।

कोई टिप्पणी नहीं: