खाँचा कूड़ा में 50 एकड़ से अधिक वनभूमि में विशालकाय वृक्षों को काट किया गया कब्जा वन विभाग बना मूकदर्शक - The Tahkikat News

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सोमवार, 21 सितंबर 2020

खाँचा कूड़ा में 50 एकड़ से अधिक वनभूमि में विशालकाय वृक्षों को काट किया गया कब्जा वन विभाग बना मूकदर्शक



तहकीकात न्यूज  @ दिनेश बारी . लखनपुर


मामला लखनपुर वन क्षेत्र अंतर्गत  कटिन्दा सर्कल के ग्राम बेलदगी के कच्छ क्रमांक 2259 वन भूमि में दूसरे गांव के ग्रामीणों के द्वारा वन विभाग के कर्मियों से मिलीभगत कर विशालकाय वृक्षों की कटाई कर कब्जा कर मकान बनाया गया है। जिसे लेकर  ग्राम बेलदगी के ग्रामीणों में आक्रोश है। बेलदगी के ग्रामीण एकजुट होकर  वन विभाग को सूचना देकर खाचा कूड़ा पहुंच वन भूमि पर हुए कब्जे तथा वृक्षों की कटाई को देखकर काफी आक्रोशित है । ग्रामीणों ने वन विभाग के कर्मचारियों पर आरोप लगाते हुए कहा गया कि कटिन्दा सर्कल कक्ष क्रमांक 2259 के खाचा कुड़ा दूसरे गांव के ग्रामीण  वन कर्मियों से सांठगांठ कर लगभग 50 एकड़ से भी अधिक वन भूमि के बड़े-बड़े वृक्षों को काट कब्जा  कर मकान बनाया गया है। ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि ग्राम कोसगा निवासी आकाश उरांव पिता कनकसाय उरांव, रामदेव पिता जब्बा उरांव,  बोधन पिता ननका उरांव  झाड़ीपुर,निवासी  शिवचरण पिता एथवा चुकनडाड  गोरिया घुटरा निवासी  बुद्धेश्वर पिता झगरू चुकंडाड  रामकुमार चुकंडाड के द्वारा वन कर्मियों से मिलीभगत कर पेड़ों की कटाई कर कई एकड़ भूमि में कब्जा कर मकान बनाया गया है। बेलदगी के ग्रामीणों द्वारा कई बार वन भूमि को कब्ज़ा मुक्त कराये जाने शिकायत किया गया परन्तु विभाग के द्वारा आज तक उन कब्जा धारियों को वन भूमि से नहीं हटाया गया तथा उन कब्जा धारियों के खिलाफ किसी तरह की कार्रवाही विभाग की ओर से की गई। जिससे ग्राम बेलदगी के ग्रामीणों में विभाग तथा कब्जा धारियों के प्रति आक्रोश व्याप्त है।






वनरक्षक आवास में नहीं रहते वन कर्मी

कटिन्दा सर्कल अंतर्गत ग्राम पंचायत बन्धा आमा पानी मुख्य मार्ग में वन रक्षकों के लिए आवास तो बनाया गया है परंतु वन कर्मी उस आवास में नहीं रहते हैं। वन कर्मियों के वन रक्षा का आवास में नहीं रहने से लकड़ी तस्करों तथा भू माफियाओं के द्वारा वनों की भूमि पर लगे विशालकाय वृक्षों को काट कब्जा किया जा रहा है साथ ही देखरेख के अभाव में वनरक्षक आवास खंडहर में तब्दील होता जा रहा है।

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