तहकीकात
न्यूज @ वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर
आज 4 महिने बीते जाने के बाद लगता है जिला प्रशासन खाडा बाध टूटने का इंतजार ही कर रहा था। विदित हो कि गत 16 मई 2020 को जिला प्रशासन को संसदीय सचिव अम्बिका सिंह देव ने पत्र लिख किया था आगाह.. इससे साफ पत्रित होता है कि इसमें जिला प्रशासन और विभाग दोनो की लापरवाही है जिस कारण आज कोरिया जिले में बाध टूटने की घटना सामने आई। यही कारण है कि संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव द्वारा बैकुण्ठपुर विकासखंड के अंतर्गत निर्मित समस्त जलाशयों के जलद्वार (गेट) को तत्काल मरम्मत किये जाने को लेकर प्रशासन को पत्र के माध्यम से स्वीकृति प्रदान कर वर्षाकाल में ही कार्य कराने को सूचित किया था, प्रशासन के संज्ञान में होने के बावजूद ऐसी अप्रिय घटना घटी हैं, इससे कई किसानों के खेत मलबा भर जाने से धान फसल नष्ट होने के साथ खेत भी खराब हो गए है, जिससे किसानों को मनरेगा के तहत बनवाकर देना होगा। बैंक से कर्ज लिए किसानों को बीमा का लाभ व प्रशासन के माध्यम से धान फसल का उचित मुआवजा दिलाया जाए । और इस पर दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही कर दण्डित किया जाए।
इस सबंध में जानकारी मिली है कि कोरिया कलेक्टर ने खाड़ा जलाशय के क्षतिग्रस्त होने की घटना को गम्भीरता से लेते हुए। घटना की प्रशासनिक जांच हेतु किया तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। जिसमें जांच कमेटी की अध्यक्ष सीईओ जिला पंचायत एवं आरईएस के कार्यपालन अभियंता व एसडीएम बैकुण्ठपुर सदस्य होंगे। कलेक्टर कोरिया ने कमेटी को एक सप्ताह के अंदर खाड़ा जलाशय क्षतिग्रस्त होने की घटना की विस्तृत जांच प्रतिवेदन देने का निर्देश दिया है।
16 मई को जिला प्रशासन को संसदीय सचिव ने पत्र लिख किया था आगाह.. इससे साफ पत्रित होता है कि इसमें जिला प्रशासन और विभाग दोनो की लापरवाही हे जिस कारण आज कोरिया जिले में बाध टूटने की घटना सामने आई।
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