तहकीकात
न्यूज @ सुरजीत सिंह रैना . मनेन्द्रगढ
विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में वर्षों से जमे प्रभारी परियोजना अधिकारी लोक शिक्षा समिति पद की समाप्ति के बाद भी पहुँच के कारण अन्य विभाग का प्रभारी बन शासन के आदेश व स्थानीय प्रशासन की मंशा पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे है। उल्लेखनीय है कि शासन के एक आदेश के बाद परियोजना अधिकारी लोक शिक्षा समिति के पद को समाप्त कर इसके कार्य का प्रभार विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को सौंप कर अपने मूल पद में जाने का आदेश जारी किया गया था। परंतु प्रशासनिक अधिकारियों के आसपास रह कर रौबदार बनने की ललक कहीं ना कहीं गाँव जा कर प्रधान पाठक का दायित्व निभाने के लिए आढे आ रही है। जानकारी के अनुसार संजय श्रीवास्तव प्रधान पाठक मा. शा. गुरचहवा वर्षों से प्रभारी परियोजना अधिकारी लोक शिक्षा समिति के पद पर बैठ कर कार्य कर रहे थे। परंतु पद के समाप्त होने एवं कार्य का प्रभार विकास खंड शिक्षा अधिकारी को सौंप कर अपने मूल पद में जाने के आदेश के बाद अपनी पहुँच के बल पर अगले ही दिन विकास खण्ड मनेंद्रगढ़ में मण्डल संयोजक के प्रभारी के रूप में आदेश करवा कर शासन के आदेश को दरकिनार कर दिया ।
मण्डल संयोजक पद पर स्थायी नियुक्ति
प्रदेश के अन्य जिलो की भांति कोरिया में भी विकास खंड स्तर पर मण्डल संयोजक के पद पर स्थायी भर्ती की गयी है। परंतु मनेंद्रगढ़ विकास खंड में प्रधान पाठक को प्रभारी बना कर रखा गया है।
एक ही दिन में वापसी आदेश
कार्यालय कलेक्टर (आदिवासी विभाग ) जिला कोरिया के आदेश क्र/1832/बैकुण्ठपुर दिनांक 06/08/19 के तहत मण्डल संयोजक की नियुक्ति होने तक प्रभारी मंडल संयोजक का कार्य करने हेतु आदेश जारी कर दिया । परंतु एक वर्ष बीत जाने के बाद भी अन्य विकास खंड की भांति मनेंद्रगढ़ जैसे महत्वपूर्ण ब्लॉक में स्थायी मण्डल संयोजक की नियुक्ति ना होना अपने आप में विभाग की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे है।
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