तहकीकात
न्यूज @ वेब डेस्क . बिलासपुर
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या जहां दिन पर दिन राज्य में बढ़ती जा रही है वहीं मौत का सिलसिला भी रूकने का नाम नहीं ले रहा। शहर के बुधवारी बाजार में कपड़े का व्यवसाय करने वाले एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। पहले पिता ने स्थानीय निजी अस्पताल में दम तोड़ा तो मां और बेटे ने रायपुर एम्स में। तीना की मौत के बाद व्यापारी संगठन ने बुधवारी बाजार को सीलबंद कर दिया। वहीं अपने व्यवसायी साथियों के गंवाने का गम में संगठन शोकमग्र है।
टिकरापारा जलाराम मंदिर के पीछे रहने वाले व्यवसायी की बुधवारी बाजार में कपड़े की दुकान है। कोरोना संक्रमित होने के बाद शनिवार को बिलासपुर के एक निजी अस्पताल में परिवार के मुखिया की मौत हो गई थी। अभी परिवार सदमे से बाहर आ भी नहीं पाया था कि शनिवार रात को ही संक्रमित मां और बेटे दोनों की मौत रायपुर के एम्स में हो गई, जिससे पूरे टिकरापारा और दयालबंद क्षेत्र में दहशत फैल गई। इसी परिवार की बुधवारी बाजार में कपड़े का प्रतिष्ठित शोरूम है। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कोविड-19 वायरस से मौत के बाद एहतियात के तौर पर बुधवारी बाजार को आंशिक रूप से बन्द कर दिया गया। रविवार को बुधवारी बाजार के एक बड़े हिस्से में वीरानी छाई रही। यहां के व्यापारियों ने अपने साथी को श्रद्धांजलि देने के लिए स्वस्फूर्त ढंग से व्यवसाय बंद रखा। वैसे अधिकृत रूप से फिलहाल बुधवारी बाजार को बंद नहीं किया गया है
वही उनसे संपर्क में आने वालों की स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है। इन दिनों बिलासपुर में भी तेजी के साथ कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार रहा है। सूत्रों का कहना है कि इस बार ट्रैवल हिस्ट्री प्रभावी दिखाई नहीं दे रही है। बल्कि ऐसा देखा जा रहा है कि कम्युनिटी स्प्रेड से ही कोरोना अधिक फैलता दिख रहा है , जो कि सबसे खतरनाक पड़ाव है। जो लोग इलाज के बाद ठीक होकर लौट रहे हैं उन्हें भी कई शारीरिक बदलाव और दिक्कतें हैं ।
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