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शुक्रवार, 28 अगस्त 2020

35 वां नेत्रदान पखवाड़े में अंधत्व निवारण समिति की अपील नेत्रदान का संकल्प स्वयं ले औरों को भी करें प्रेरित




8 सितंबर 2020 तक चलेगा अभियान

तहकीकात न्यूज  @  वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर

 नेत्र शरीर का एक नाजुक अंग है जिसमें किसी भी प्रकार के चोट लगने अथवा बीमारी होने पर सफेद निशान बन जाता है जिसे फूला कहते हैं दृष्टि कमजोर अथवा पूर्ण रूप से आँखों की रोशनी चली जाती है और इस प्रकार की दृष्टि हीनता का एकमात्र उपचार कार्निया प्रत्यारोपण है यह कार्निया केवल मृत व्यक्ति के नेत्र से प्राप्त होता है एवं एक व्यक्ति से दो दृष्टिहीन व्यक्ति के आंख को लाभान्वित किया जा सकता है। उक्त अपील जिला स्वास्थ्य समिति एवं अंधत्व निवारण समिति कोरिया ने की है।

क्या कहते हैं आँकड़े 

हाल ही में संपन्न नेशनल सर्वे ऑफ ब्लाइंडनेस (2015-19) केअनुसार देश में कॉर्निया ब्लाइंडनेस की व्यापकता के कुल मामले लगभग 8% की दर से बढ़े हैं और इसमें हर साल लगभग 20,000 नए मामले जुड़ रहे हैं । ऐसे लोगों में कॉर्निया प्रत्यारोपण से आँखों की रोशनी वापस लायी जा सकती है।  कॉर्निया प्रत्यारोपण की आवश्यकता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। वर्तमान में सरकारी और गैर-सरकारी क्षेत्रों में काम करने वाले नेत्र बैंकों के प्रयासों से लगभग 60,000 से 65,000 आँखों का संग्रह किया जा रहा हैं। हालाँकि नेत्रदान में अभी प्रगति तो हुई है लेकिन यह पर्याप्त नहीं है क्योंकि हमें प्रति वर्ष लगभग 2 लाख कॉर्निया की आवश्यकता होती है। राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत 35 वां नेत्रदान पखवाड़ा 25 अगस्त से 8 सितंबर 2020 तक चलाया जा रहा है।जानकारी देते हुए अंधत्व निवारण समिति कोरिया के नोडल अधिकारी डां आर.एस. सेंगर ने बताया,” कोरोना काल में आंखों का विशेष देखभाल जरूरी है हमारी आंखो से कोई और भी देख सकता है जरूरत है जनसमुदाय में जागरूकता लाने की हमें अपनी आंखो को कोरोना काल में बार -बार स्पर्श नही करना करना चाहिए। “सीएमएचओ डां रामेश्वर शर्मा ने बताया, “नेत्रदान के लिए आंखे मृत्यु पश्चात ही निकाली जाती है नेत्रदान करने के लिए मृत्यु के तुरंत बाद सूचना देना आवश्यक है क्योंकि आंखें मृत्यु उपरांत केवल 6 घंटे तक निकाली जा सकती हैं 

सूचना मिलने पर ने चिकित्सक ऑब्लिक नेत्र सहायक अधिकारी स्वयं घर जाकर नेत्र निकालेंगे यदि व्यक्ति ने जीवन काल में नेत्रदान की घोषणा की हो फिर भी रिश्तेदार व्यक्ति का नेत्रदान कर सकते हैं नेत्रदान कोई व्यक्ति कर सकता है नेत्रदान हेतु अपने नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र उप स्वास्थ्य केंद्र जिला चिकित्सालय में संपर्क किया जा सकता है।“नेत्रदान के लिए जिला चिकित्सालय में नोडल अधिकारी आर.एस. सेंगर 94253- 44820 तथा नेत्र सहायक अधिकारी आर.पी गौतम 99775 -92741 से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा नेत्र सहायक अधिकारी मनेंद्रगढ़ आर.जी.दीवान, सोनहत आर.वी दिवाकर, खडगवां आर.के साहू,जनकपुर आर.एस.चेचक ,सोनहत व्ही.के साहू से संपर्क कर नेत्रदान के लिए आगे आने की अपील जिला स्वास्थ्य समिति एवं अंधत्व निवारण समिति कोरिया ने की है।

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