ब्लॉक प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने विभागीय मंत्री सहित मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य स्तरीय टीम गठित कर जाँच किये जाने की थी माँग ------विभागीय मंत्री रवींद्र चौबे एवं मुख्यमंत्री ने दिलाया था जाँच का भरोसा
तहकीकात न्यूज @ वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर
खांडा बांध टूटने के पूर्व से ही जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता विनोद शंकर साहू के उदासीनता एवं लापरवाही को लेकर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने पत्र लिखकर विभागीय मंत्री रवींद्र चौबे एवं मुख्यमंत्री को शिकायत की थी। जिसके बाद अभियंता जल संसाधन विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत तत्कालीन कार्यपालन अभियंता, विनोद शंकर साहू को कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन सम्भाग, बैकुंठपुर, जिला कोरिया के पद से हटाकर महानदी जल विवाद प्रकोष्ठ, कार्यालय प्रमुख अभियंता के पद पर पदस्थ किया गया था। परन्तु कोरोना महामारी एवं सेवानिवृत्त होने में एक वर्ष से कम समय को देखते हुए न्यायालय ने आदेश पर रोक लगा दी थी। जिसके बाद से कार्यपालन अभियंता विनोद शंकर साहू द्वारा खुद को विभाग से ऊपर समझने लगे थे। जिसके बाद ब्लॉक प्रवक्ता ने 10 जुलाई को ही विभागीय मंत्री रवींद्र चौबे एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता साहू के विभागीय कार्यों के प्रति उदासीनता एवं लापरवाही से अवगत कराते हुए उनके कार्यकाल में हुए समस्त निर्माण कार्य एवं आवंटित बजटों के व्यय की जाँच राज्य स्तरीय टीम से कराने की मांग की थी।
जिसके आधार पर कार्यालय मुख्यमंत्री निवास छत्तीसगढ़ शासन ने 20 अगस्त को छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग "मंत्रालय" महानदी भवन नया रायपुर को पत्र जारी कर कार्यवाही करने के निर्देश दिये थे। जिस पत्र के परिपालन में मंत्रालय द्वारा 9 सितंबर को प्रमुख अभियंता जल संसाधन विभाग, शिवनाथ भवन को पत्र जारी करते हुए निर्माण कार्यों एवं आवंटित बजटों के व्यय की राज्य स्तरीय टीम गठित कर जांच किये जाने के निर्देश दिए है साथ ही पत्र की प्रतिलिपि के माध्यम से ब्लॉक प्रवक्ता को सबंधित पत्र के संबंध में सूचना प्रेषित की है। निर्माण कार्यों एवं आवंटित बजटों के व्यय की जाँच पूर्ण हो पाती इससे पहले ही 23 सितम्बर को बैकुंठपुर स्थित खांडा बांध फुट गया और किसानों की कई एकड़ फसल बर्बाद हो गयी। जिसके बाद कलेक्टर कोरिया ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरिया को अध्यक्ष बनाते हुई एक जाँच समिति का गठन भी किया था।
जिसके बाद 24 सितंबर को ब्लॉक प्रवक्ता ने पत्र लिखने के साथ साथ विभागीय मंत्री रवींद्र चौबे को मोबाइल मैसेज के माध्यम से जल संसाधन विभाग के कार्यालय अभियंता विनोद शंकर साहू को निलंबित कर जांच किये जाने की माँग की ताकि, कार्यपालन अभियंता किसी भी तरीके से जांच को प्रभावित ना कर सकें। जिसके बाद उसी दिन छत्तीसगढ़ शासन जल संसाधन विभाग "मंत्रालय" महानदी भवन नया रायपुर द्वारा विनोद शंकर साहू को कार्यपालन अभियंता, जल संसाधन सम्भाग, बैकुंठपुर जिला कोरिया एवं एम. एल. सोनी को अनुविभागीय अधिकारी, जल संसाधन उपसंभाग क्रमांक 1, बैकुंठपुर को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा के नियम, 1966 के नियम 9(1)(क) में निहित प्रावधान अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया एवं निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय, कार्यालय मुख्य अभियंता, हसदेव गंगा कछार, जल संसाधन विभाग, अम्बिकापुर निर्धारित किया गया है
ब्लॉक प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने बताया कि उनको पूर्व ही अंदाजा था कि कार्यपालन अभियंता द्वारा पुराने निर्माण कार्यों के रखरखाव एवं मरम्मत में लापरवाही के कारण किसी भी दिन कोई बड़ी घटना घट सकती है इसलिए उन्होंने पूर्व ही विभागीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य स्तरीय टीम से जांच कराए जाने की मांग की थी। परन्तु जांच पूरी हो पाती उससे पहले ही खांडा बांध की घटना घट गई। ब्लॉक प्रवक्ता मिश्रा ने बताया कि कार्यपालन अभियंता की लापरवाही के कारण खांडा बांध टूटने की घटना घटी जिससे मुआवजे के रूप में शासन को आर्थिक क्षति हुई है। मिश्रा ने बताया कि कार्यपालन अभियंता द्वारा अपनी लापरवाही के कारण शासन को आर्थिक क्षति पहुंचाने के लिये जल्द ही शासन को पत्र लिखकर कार्यपालन अभियंता पर एफ आई आर दर्ज करने की भी मांग करेंगे। ब्लॉक प्रवक्ता मिश्रा ने त्वरित कार्यवाही करने के लिए विभागीय मंत्री रवींद्र चौबे, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ साथ मुख्यमंत्री सलाहकार को भी धन्यवाद ज्ञापित किया है साथ ही खांडा बांध में त्वरित कार्यवाही करने के लिए विभागीय मंत्री से बात करने के लिए संसदीय सचिव अम्बिका सिंहदेव के प्रति भी आभार प्रकट किया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें