बर्थ डे पार्टी में हुई फायरिंग की घटना गंभीर, लॉकडाउन फिर सियासी लफ़्फ़ाजियों और निकम्मेपन का परिचायक रहा : भाजपा
तहकीकात न्यूज @ वेब डेस्क . रायपुर
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने रायपुर ज़िले में सशर्त लॉकडाउन हटाने की घोषणा के परिप्रेक्ष्य में तंज कसते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार तो इस तरह सुविधा की राजनीति करके मनमाने फैसले लेने की नीयत का प्रदर्शन पहले से ही कर रही थी और सोमवार को उसने अपने इस इरादतन एजेंडे पर मुहर लगाकर भाजपा की आशंकाओं को सच ही साबित किया है। श्री शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के चलते कृषि क़ानूनों के विरोध में अपने आंदोलन के मद्देनज़र लॉकडाउन हटाकर कांग्रेस और उसकी प्रदेश सरकार ने न केवल प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावहता को अनदेखा कर अपनी ज़िम्मेदारी से मुँह मोड़ा है, बल्कि स्वार्थपूर्ण राजनीतिक नज़रिए का परिचय भी दिया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने राजधानी के क़्वींस क्लब में रविवार की रात आयोजित बर्थ डे पार्टी में हुई फायरिंग की घटना को गंभीर माना और कहा कि यह बेहद शर्मनाक स्थिति है कि ज़िले के प्रभारी मंत्री रवींद्र चौबे ने राजधानी में घूमकर लॉकडाउन का जायजा लिया और उन्हें सबकुछ सामान्य नज़र आया और उसके बाद क्वींस क्लब में फायरिंग की वारदात हो गई! श्री शर्मा ने शासन व ज़िला प्रशासन से सवाल कर कहा कि बर्थ डे पार्टी की अनुमति किसने और कैसे दी, यह सार्वजनिक होना चाहिए। प्रभारी मंत्री चौबे को अपनी भूमिका भी प्रदेश के सामने स्पष्ट करनी चाहिए। राजधानी में लॉकडाउन को लेकर शुरू से ही लापरवाही का यह आलम था कि ईदग़ाह भाठा क्षेत्र में लोगों का मजमा लगता रहा, होटल खोलकर सट्टे का कारोबार चलाया जाता रहा। और तो और, स्वयं मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन प्रोटोकॉल को धता बताकर न केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस की अपितु राजधानी के एक होटल को खुलवाकर गर्मागर्म नाश्ता बनवाकर मंगाया गया। श्री शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के साथ-साथ उल्लंघन करने वालों को संरक्षण देने वालों पर ज़िला प्रशासन को संज्ञान लेकर एफआईआर करना चाहिए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार का लॉकडाउन का यह प्रयोग भी सियासी लफ़्फ़ाजियों और निकम्मेपन का परिचायक ही सिद्ध हुआ है। एक तरफ ग़रीब-मज़दूरों की रोजी-रोटी का संकट मुँह बाए खड़ा रहा और कोरोना का संक्रमण अपनी रफ़्तार से प्रदेश को अपने चंगुल में कसता रहा, वहीं दूसरी तरफ प्रदेश सरकार अपने ग़ैर ज़िम्मेदाराना आचरण का प्रदर्शन करती रही। श्री शर्मा ने कहा कि कोविड गाइडलाइन और प्रोटोकॉल को धता बताकर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव क्रमश: नागपुर और पटना जाकर सियासत करने और अपने ‘परिवार-दरबार’ की चापलूसी करने में ही मशगूल रहे और राजधानी में उनकी सरकार की नाक के नीचे लॉकडाउन तक की धज्जियाँ उड़ाई जाती रहीं और प्रशासन के लोग आम लोगों पर ही क़ानून के नाम पर अपना ‘पराक्रम’ प्रदर्शित करते रहे! श्री शर्मा ने कहा कि जो प्रदेश सरकार अपने ही बनाए क़ायदों की धज्जियाँ उड़ाने में शर्म महसूस नहीं कर रही है, उससे प्रदेश के कोरोनामुक्त होने या किसी भी बेहतरी की कोई भी उम्मीद रखाना बेमानी है।
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