तहकीकात
न्यूज @ वेब डेस्क . बैकुन्ठपुर
जल संसाधन संभाग बैकुण्ठपुर के कार्यपालन अभियंता के तौर पर विनोद शंकर साहू को प्रदेश सरकार ने दूसरी बार रायपुर जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता कार्यालय के तौर पर कार्य करने का निर्देश दिया है। किंतु आदेश आ जाने के बावजूद भी विनोद शंकर साहू कुर्सी छोड़ने को तैयार नहीं है। गौरतलब हो कि 3 महीने पूर्व भी प्रदेश सरकार ने विनोद शंकर साहू को रायपुर जल संसाधन विभाग कार्य करने का आदेश दिया था किंतु इनके द्वारा हाईकोर्ट से शासन के आदेश के विरुद्ध 60 दिन का स्टे लिया गया था। इसके उपरांत हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश शासन को उच्च न्यायालय बिलासपुर ने गत बाइक जुलाई को विनोद शंकर साहू कार्यपालन अभियंता के द्वारा प्रस्तुत अभ्यावेदन पर प्रमुख अभियंता रायपुर को जांच के आदेश दिए थे। जिसके अनुसार विभाग ने अपनी जांच में कहा कि विनोद शंकर साहू का स्थानांतरण वर्ष 2019 के प्रदेश शासन के द्वारा स्थानांतरण नीति का किसी प्रकार से उल्लंघन होना नहीं पाया गया है। वहीं पर विभाग ने बताया है कि इनके स्थानांतरण के बावजूद भी यह रायपुर में नहीं जाने की वजह से महानदी जल विवाद कार आज तक लंबित पड़ा हुआ है । जांच में कहा गया है कि 8 जुलाई के परिपालन में मुख्य अभियंता के आदेश दिनांक 9 जुलाई से विनोद शंकर साहू को महानदी जल विवाद प्रकोष्ठ जैसे महत्वपूर्ण कार्य हेतु निर्देशित किया गया था किंतु वरिष्ठ कार्यालय के आदेश का पालन नहीं किया गया। जो प्रदेश सरकार की उच्च प्राथमिकता में आता है महानदी जल विवाद के कारण प्रदेश के पांच बड़ी परियोजनाएं डांडपानी, सेखरपुर, वृहद परियोजना खारंग अरिहंग लिंक परियोजना अपर सिकासार परियोजना एवं पैरीडैम परियोजना जिनका कार्य जल विवाद के बंटवारे के कारण केंद्रीय जल आयोग से अनुमति प्राप्त नहीं हो पा रहा है । उक्त प्रकोष्ठ में कार्य संचालन हेतु अधिकारियों की काफी कमी है और विनोद शंकर साहू के द्वारा आदेश के बावजूद भी जिम्मेदारी ना संभालना उचित नहीं है जबकि विनोद शंकर साहू सेवानिवृत्ति 30 जून 2021 को हो रही है और उनका गृह जिला भी रायपुर होना बताया जा रहा है वहीं पर 16 सितंबर के आदेश में प्रशासन ने एक बार फिर से विनोद शंकर साहू को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वह तत्काल अनुविभागीय अधिकारी जल संसाधन विभाग बैकुंठपुर को स्थाई रूप से कार्यपालन अभियंता जल संसाधन संभाग बैकुंठपुर कार्य संपादन करने बाबत जिम्मेदारी सौंपा है। आदेश के बावजूद बताया गया कि दिन भर बहाना बनाकर ऑफिस से नदारद रहे । विदित हो कि श्री साहू विगत बीते 3 वर्षों में तमाम विवादों के बावजूद भी अपनी कुर्सी ना छोड़ने की जिद के कारण आए दिन विवादों में बने रहे ।
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