तहकीकात न्यूज @ वेब डेस्क
क्राइम ब्रांच के अफसर बताकर लोगों से मोबाइल और वाहन लूटने वाले दो आरोपियों को देहात पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों ने करीब ढाई साल पहले देहरादून से एक वायरलेस सेट भी चुराया था। वारदात के दौरान वे इसका भी इस्तेमाल करते थे ताकि वे अधिकारी ही लगें।
देहात कोतवाली प्रभारी मुनेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस ने कुछ दिन पहले थाना क्षेत्र के ही गांव ज्ञानागढ़, सलेमपुर भूकड़ी और बिशनपुुरा से कुछ संदिग्ध युवकों को उठाया था। काफी पूछताछ करने के बाद पता चला कि इनमें से दो युवक खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर रौब गालिब करते थे और मौका मिलते ही मोबाइल या वाहन लूट लेते थे। इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों आरोपी कपिल और अमित कुमार निवासी ज्ञानागढ़ हैं। इन दोनों ने 28 अगस्त को क्षेत्र में एक व्यक्ति से मोबाइल सहित अन्य सामान लूटा था। आरोपियों से दो तमंचे, दो मोबाइल और वायरलेस सेट बरामद किया है। वायरलेस सेट देहरादून से चोरी किया गया था।शौक पूरा करने को बेच दी जमीन
पूछताछ में पता चला कि इन्हें फर्जी अफसर बनकर रौब गालिब करने का शौक था। इसके अलावा दोनों शराब और दावत के भी शौकीन हैं। अमित ने तो अपने शौक पूूरे करने के लिए अपनी कुछ जमीन बेच दी थी।
पूछताछ में पता चला कि इन्हें फर्जी अफसर बनकर रौब गालिब करने का शौक था। इसके अलावा दोनों शराब और दावत के भी शौकीन हैं। अमित ने तो अपने शौक पूूरे करने के लिए अपनी कुछ जमीन बेच दी थी।
पहले भी पकड़े जा चुके हैं फर्जी अधिकारी
जिले में फर्जी अधिकारी बनकर लूट और ठगी करने के मामले पहले भी सामने आए हैं। कुछ साल पहले सरसावा क्षेत्र के आरोपियों ने फर्जी इनकम टैक्स की टीम बनाकर चेकिंग के नाम पर चिकित्सक सहित कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली थी। रेलवे में फर्जी टीटीई, एसएसपी, आरटीओ, एआरटीओ से लेकर फर्जी खाद्य आपूर्ति अधिकारी तक पकड़े जा चुके हैं।
जिले में फर्जी अधिकारी बनकर लूट और ठगी करने के मामले पहले भी सामने आए हैं। कुछ साल पहले सरसावा क्षेत्र के आरोपियों ने फर्जी इनकम टैक्स की टीम बनाकर चेकिंग के नाम पर चिकित्सक सहित कई लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर ली थी। रेलवे में फर्जी टीटीई, एसएसपी, आरटीओ, एआरटीओ से लेकर फर्जी खाद्य आपूर्ति अधिकारी तक पकड़े जा चुके हैं।
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