प्रदेश के पूर्व श्रम मंत्री भैया लाल राजवाड़े ने जिले के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा किए गए व्यवहार पर अपनी गहरी नाराजगी जताते हुए कहा है कि शासन के द्वारा दी जाने वाली सहायता राशि पर रोक लगाने का अधिकार किसी को नहीं है और यदि कोई अधिकारी विद्धेश पूर्ण इस तरीके का कार्य करता है तो उसे पद में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इस दौरान पूर्व श्रममंत्री जोकि मरीजों एवं बीमारों के लिए मसीहा के तौर पर जाने जाते रहे हे ने कहा कि यदि कोई डॉक्टर अपने विभाग के डॉ. के प्रति इस तरीके का व्यवहार करता है तो फिर अन्य बीमारों के साथ इनके द्धारा किस तरीके का व्यवहार किया जाता होगा सहज अंदाज लगाया जा सकता है। उन्होने कहा कि मैं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री एस सिंह देव से मांग करता हूं कि वह तत्काल ऐसे अधिकारियों को पद से बाहर करें। हालांकि वो यक भी बोल गये कि कां्रगेस सरकार में हर ओर कमीशन खोरी चरम पर है इसलिए डा. के मौत के मामले में न्याय की उम्मीद नही कर कां्रगेस सरकार से नही है।
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