तहकीकात
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@ मनीष
सिंह
. सुकमा/ जगदलपुर
मेडिकल कॉलेज के कोविड वार्ड में इलाज करवा रहे संक्रमित मरीजों को परोसे जा रहे भोजन की खराब गुणवत्ता की लगातार मिल रही शिकायतों के बीच बस्तर कलेक्टर रजत बंसल दोपहर बाद डिमरापाल मेकाज परिसर पहुंचे और ठेकेदार को जमकर फटकारा। उन्होंने स्पष्ट किया कि कालेज प्रबंधन द्वारा प्रति प्लेट दी जा रही रकम में बढ़ोतरी की जाएगी और अंतर की राशि जिला प्रशासन चुकाएगा।
कलेक्टर श्री बंसल ने बताया कि प्रवास के दौरान कोविड वार्ड सहित अन्य सभी वार्डों का निरीक्षण मेकाज प्रबंधन के लोगों के साथ किया गया है। यहां व्यवस्था में सुधार की गुंजाइश है। जिसे लेकर संबंधित लोगों को जरूरी निर्देश दे दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में यदि संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होता है तो इससे निपटने पूरी तैयारी रखने कहा गया है। जीएमसी परिसर में आने वाले 10 दिनों के भीतर बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के साथ ही अन्य जरूरी इंतजाम करने के निर्देश संबंधितों को दिए गए हैं। ताकि आपात स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटा जा सके।
होम आइसोलेशन पर जोर
बस्तर कलेक्टर के मुताबिक अब कोरोना संक्रमित मरीज सीधे मेकाज नहीं भेजे जाएंगे। यहां सिर्फ उन्हीं मरीजों को एडमिशन दिया जाएगा, जो सीवियर और क्रिटिकल पाए जाएंगे। शेष मरीजों को होम आइसोलेट करने को प्राथमिकता रहेगी ताकि लोगों की जान बचाई जा सके और संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके। इससे मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी लोगों का इलाज करने में सहूलियत होगी।
हर वार्ड का अवलोकन
कलेक्टर के साथ सहायक कलेक्टर रीना जमील भी थी। सहायक कलेक्टर ने महिला वार्ड का निरीक्षण किया और वहां भर्ती लोगों से बातचीत कर उनकी शिकायतों को तत्काल दूर करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जबकि कलेक्टर ने कोविड वार्ड सहित अन्य सभी वार्डों का निरीक्षण किया। इस दौरान कोविड वार्ड इंचार्ज डॉक्टर नवीन दुल्हनी के अलावा अन्य चिकित्सक साथ थे। सभी ने पीपीई किट पहन रखी थी।
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