तहकीकात न्यूज @ विकास केसरी . बलरामपुर/रामानुजगंज
लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज में निविदा प्रक्रिया को लेकर चली आ रही भर्राशाही रुकने का नाम नहीं ले रही है आज एक बार फिर निविदा प्रपत्र क्रय करने हेतु आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि थी तो कार्यालय में कार्यालय प्रमुख सहित सभी जिम्मेवार गायब थे ठेकेदार आज सुबह 11 बजे से ही कार्यालय में आकर जमे हुए थे। परंतु कोई आवेदन लेने को तैयार नहीं था जब ठेकेदारों के द्वारा कलेक्टर एवं विभाग के उच्च अधिकारियों शिकायत की गई तब जाकर शाम 4:30 बजे से आवेदन लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कार्यालय लोक निर्माण विभाग संभाग रामानुजगंज के द्वारा निविदा आमंत्रण सूचना 24.8. 2020 को निकाली गई थी जिसमें निविदा प्रपत्र क्रय करने हेतु आवेदन प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 16.9 2020 अपराहन 5:30 बजे तक निर्धारित की गई थी परंतु आज जब ठेकेदार आवेदन प्रस्तुत करने पहुंचे तो सुबह से ही विभाग के अधिकारी एवं संबंधित गायब थे जिससे ठेकेदार दिनभर परेशान रहे। जिसके बाद दोपहर 3 बजे के करीब ठेकेदार एवं पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार गुप्ता के द्वारा विभाग के प्रमुख अभियंता से शिकायत की तो वहीं जिला पंचायत सदस्य एवं ठेकेदार विनोद जायसवाल ने इसकी शिकायत कलेक्टर से की जिसके बाद ही 5:30 बजे तक आवेदन प्रस्तुत करने का अंतिम समय था मात्र 1 घंटे पहले 4:30 बजे से आवेदन लेना प्रारंभ किया गया। जिसके बाद ही ठेकेदारों के द्वारा आवेदन दिया जा सका।
विभाग की कार्यशैली पर उठे हैं सवाल- जिस प्रकार से टेंडर प्रक्रिया में हर बार अनियमितता विभाग के द्वारा विभाग के द्वारा बरती जा रही है इससे विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। ठेकेदारों का कहना है कि बार-बार हम लोगों के द्वारा शिकायत करने के बाद भी विभाग की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हो रहा है।
कार्यपालन अभियंता ने किया मोबाइल स्विच ऑफ- एक ओर जहां ठेकेदारों सुबह 11 बजे से आकर आवेदन देने के लिए परेशान थे वहीं जब ठेकेदारों के द्वारा कार्यपालन अभियंता से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया जिसके बाद ही कलेक्टर श्याम धावडे एवं विभाग के उच्च अधिकारियों को सूचित किया गया।
एक कर्मचारी के जाने के बाद हुई ऐसी स्थिति निर्मित- वरिष्ठ लेखा लिपिक के माता के निधन के बाद वे अंबिकापुर आज चले गए थे जिसके बाद कार्यपालन अभियंता को चाहिए था कि तत्काल दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी लगाई जाए परंतु दूसरे कर्मचारी की ड्यूटी नही लगाई गई जिस कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई। शिकायत के बाद ही विभाग के द्वारा आवेदन लिया गया।
कलेक्टर एवं अधीक्षण अभियंता के आदेश को भी दरकिनार कर रहा है विभाग-पूर्व में टेंडर प्रक्रिया की अनियमितता को लेकर इसकी शिकायत कलेक्टर एवं विभाग के उच्च अधिकारियों से की गई थी जिसके बाद कलेक्टर के द्वारा जांच कराया गया वहीं विभाग के द्वारा भी अलग से जांच करवाई गई जिसमें अनियमितता की बात सामने आई पुनः टेंडर कराए जाने की बात लिखी गई विभाग द्वारा कलेक्टर एवं अधीक्षण अभियंता के आदेश की अनदेखी की जा रही है।
16 कार्य 2 करोड से अधिक का निकला है निविदा- निविदा में सीसी रोड सहित अन्य 16 कार्य 2 करोड रुपए से अधिक के है जिनकी निविदा निकाली गई है। यदि पारदर्शी तरीके से निविदा प्रक्रिया नहीं होती है तो इसे शासन को राजस्व की क्षति होगी।
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