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@ विकास केसरी . बलरामपुर/रामानुजगंज
धमनी वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम बसेराखुर्द के काशीनगर में वन विभाग के द्वारा पौधारोपण किए जाने से ग्राम बसेराखुर्द एवं मरमा गांव के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है जहां ग्राम बसेराखुर्द के ग्रामीणों का कहना है कि जहां पर पौधारोपण वन विभाग के द्वारा किया जा रहा है वहां हम चालीस पचास साल से काबिज थे एवं हमें 2011 में वन अधिकार पट्टा मिला वहीं ग्राम मरमा के लोग वन भूमि पर कब्जा किए जाने की बात कर रहे हैं। प्रशासन को तत्काल इस ओर ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है ताकि दोनों गांव के बीच तनाव खत्म हो सके।
ग्राम पंचायत बसेराखुर्द के सरपंच करसन सिंह ने बताया कि ग्राम के करीब 35 से 40 लोगों के द्वारा अपने वन भूमि पट्टा मिले जमीन पर धान, अरहर, तिल, मक्का, मूंगफली लगाया गया था वन विभाग के द्वारा खड़ी फसल को बर्बाद करते हुए इसमें पौधारोपण किया जा रहा है जहां पर वन विभाग के द्वारा पौधारोपण किया जा रहा है यह कक्ष क्रमांक 961 है वहीं यही काशीनगर में सन 1970-75 से ग्रामवासी काबिल थे जिन्हें 2011 में वन अधिकार पट्टा मिला था। श्री सिंह ने बताया कि 2 दिन पूर्व वन विभाग के द्वारा यहां अचानक से पौधारोपण शुरू कर दिया गया वहीं फसल को बर्बाद कर दिया जा रहा है। गांव के जमुनी, रमाशंकर सिंह, रामदेव सिंह ,भगवान सिंह, जलदी सिंह हरिहर ,गोलू सिंह ,भवन सिंह ,रामावतार सिंह,प्यारे लाल सिंह,बाल गोविंद सिंह, धर्मजीत सिंह, राम बिहारी, बाबू लाल सिंह,राजेश्वर सहित करीब 35 से 40 लोगों ने वन अधिकार पट्टा 2011 में मिलने की बात कही।
कक्ष क्रमांक 961 में अवैध अतिक्रमण की शिकायत की थी बसेरा खुर्द के लोगों ने कलेक्टर से- ग्राम बसेरा खुर्द के सरपंच, उप सरपंच सहित ग्रामीणों ने बसेराखुर्द के कच्छ क्रमांक 961 में ग्राम पंचायत मरमा के 40-50 लोगों के द्वारा हल से जुताई कर लगभग 100 हेक्टेयर जमीन पर अवैध अतिक्रमण किए जाने की शिकायत कलेक्टर से की थी वहीं वन विभाग के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किए जाने की भी बात लिखी थी।
ग्राम मरमा एवं बसेराखुर्द के बीच है तनाव की स्थिति- काशीनगर में हो रहे पौधारोपण को लेकर ग्राम मरमा एवं बसेरा खुर्द के बीच तनाव की स्थिति निर्मित है एक ओर जहां ग्राम मरमा के लोग चाहते हैं कि वन भूमि पर पौधारोपण हो वही बसेरा खुर्द के ग्रामीण का कहना है कि जिस भूमि का हमें पट्टा मिला था वहां पर पौधारोपण किया जा रहा है। इस संबंध में ग्राम बसेरा खुर्द के पूर्व सरपंच बुद्धदेव सिंह ने बताया कि मेरे कार्यकाल के दौरान यहां सर्वे हुआ था जिसके बाद 2011 में 35-40 लोगों को वन अधिकार पट्टा मिला था।
इस संबंध में धमनी रेंजर अशोक तिवारी ने कहा कि वन विभाग के द्वारा वन भूमि पट्टा मिले लोगों के जमीन में पौधारोपण नहीं किया जा रहा है बल्कि जो वन भूमि की खाली पड़ी जमीन जिस पर इसी वर्ष अतिक्रमण के उद्देश्य से फसल लगाया गया था उसमें पौधारोपण किया जा रहा है।
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