रेत उत्खनन को लेकर किया जा रहा है भ्रामक प्रचार, विकास कार्यों को बाधित करने का षड़यंत्र - The Tahkikat News

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मंगलवार, 8 सितंबर 2020

रेत उत्खनन को लेकर किया जा रहा है भ्रामक प्रचार, विकास कार्यों को बाधित करने का षड़यंत्र

 


तहकीकात न्यूज  @  वेब डेस्कजनकपुर 


 कोरिया जिले के सीमावर्ती वनांचल बाहुल्य जनकपुर तहसील में इन दिनों रेत उत्खनन को लेकर भ्रामक प्रचार करने का अभियान सा छीड़ा हुआ है। जिसमें सोशल मीडिया का जमकर उपयोग किया जा रहा है। लगातार यह प्रचारित किया जा रहा है कि, जनकपुर क्षेत्र की कुछ नदियों से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के रेत तश्कर कई मात्रा में रेत तश्करी में लगे हुये है। भ्रामक प्रचार करने में जहां स्थानीय कुछ जनप्रतिनिधि व पंचायत प्रतिनिधि लगे है।


कुल सड़क निर्माण के लिये हो रहा भण्डारण - 

इस संबंध मंे मिली जानकारी के अनुसार संबंधित क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत् सड़क व पुल पुलियों का निर्माण किया जाना है। जिसके लिए संबंधित विभाग व ठेकेदार द्वारा खमरौत ग्राम व आसपास बड़ी मात्रा मंे रेत व गिट्टी आदि का भण्डारण किया जा रहा है ताकि, बरसात के बाद तेजी से काम प्रारंभ किया जा सके। बताया गया है कि, जिन स्थानों से रेत  उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। वहाँ की लीज विभाग द्वारा ली जा चुकी है।


नेउर नदी से नहीं हो रहा रेत उत्खनन-  

कोटाडोल के कुछ ग्रामीणों ने बताया है कि, ज्यादा बारिश के कारण नेउर नदी उफान पर है और वहाँ से रेत का उत्खनन नहीं हो पा रहा है जबकि सोशल मीडिया में दिखाया जा रहा है कि, 50 से ज्यादा हाईवा नेउर नदी से अवैध उत्खनन रेत का कर रहे हैं। बताया गया है कि, इस घटना की शिकायत वन विभाग से भी की गई थी। वन विभाग ने मौके पर इसकी जाँच भी की और शिकायत को गलत मिलने पर रेत से लदे हाईवा आदि को छोड़ दिया। क्षेत्रीय अधिकारी भी रेत खनन की शिकायतों से परेशान हैं और यह कहते सुने गये हैं कि, निहित स्वार्थी तत्वों द्वारा आधारहीन शिकायतें की जा रही है। 


एक सप्ताह पूर्व भी हुई थी झूठी शिकायत - 

लगभग एक सप्ताह पूर्व अगस्त के अंतिम सप्ताह मंे भी सोशल मीडिया में ग्राम घटई के पास से अवैध रेत उत्खनन की खबरें सोशल मीडिया में प्रचारित की गई थी। यहाँ उल्लेखनीय है कि, निर्माण कार्यों के लिये रेत उत्खनन का कार्य ग्राम पंचायत मलकडोल क्षेत्र में किया जा रहा है जबकि इसकी शिकायत ग्राम पंचायत घटई, ग्राम पंचायत जमथान, ग्राम पंचायत कंजिया के पंचायत प्रतिनिधियों व कुछ नेताओं द्वारा की जा रही है। विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रेत उत्खनन की शिकायतें कर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है और इसमें क्षेत्र के कई ग्रामीण व पंचायत प्रतिनिधि शामिल हैं जो इस आड़ में ब्लेकमेल करने का प्रयास कर रहे हैं। आश्चर्य की बात यह है कि, मौके पर जम्फर, ट्रेक्टर, हाईवा आदि को रोकने के लिए महिलाओं को आगे किया जाता है। इस प्रकार की घटना ग्राम घटई, ग्राम बरौता व कोटाडोल के आसपास हो चुकी है।


जाँच हुई - 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कुछ अधिकारियों ने बताया कि, रेत उत्खनन की शिकायतों को लेकर खनिज विभाग व राजस्व अधिकारियों द्वारा जांच भी कराई गई है जिसमें कुछ भी गलत नहीं पाया गया है। बताया जाता है कि, विभाग के सड़क व पुल-पुलिया निर्माण कार्य में प्रयुक्त होने वाली रेत, गिट्टी आदि की रायल्टी पूरी तरह अदा की जा रही है।  


 


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